Tuesday, May 4, 2010

The Mirror of Experience

अनुभव का आईना एक ऐसा आईना है जो तस्वीर का हर पहलू दिखाता है अच्छा भी और बुरा भी,फर्क बस इतना है कि अनुभव आने के बाद हम गर्व से कह सकते हैं कि मैं कुछ जानती हूं...मैं दुनिया को कुछ बता भी सकती हूं..मुझे ब्लॉगिंग नहीं आती थी मुझे लगता था कि मैं अपनी लिखी हुई चीज़े सार्वजनिक नहीं कर पाउंगी....लेकिन मुझे किसी तजुर्बेकार ने भरोसा दिया और कहा- कि जब तुम इतना अच्छा बोलती और लिखती हो तो क्यों नहीं अपनी इस कला का दूसरो को भी अनुभव करने दो ...और फिर मैंने हिम्मत जुटा कर ब्लॉगिंग को अपना दोस्त बना लिया....आज लगता है कि कभी ना कभी आपको उन चीज़ो का भी अनुभव अपनी ज़िदगी में लेना पड़ेगा जो आपने कभी नहीं सोची....वो कहते हैं कि जिन चीज़ों से आपको डर लगता है उससे आपको आंख मिलाना ज़रूरी है..।इसीलिए शुरूआत मैंने इस आईने से की जो अनुभव कहलाता है......पत्रकारिता में मेरा अनुभव इतना नहीं लेकिन फिर भी इसकी बारिकियों को समझने का जज़्बा बहुत है मुझमें ...मुझे अच्छा लगता है जब मैं बिना कुछ अपने बारे में ध्यान रखते हुए अपनी स्टोरिज़ पर ध्यान देती हूं...एक पल के लिए जब कोई बड़ा और अनुभवी जनर्लिस्ट ज्ञान देता है कि ऐसे नहीं वैसे करो तो गुस्सा तो आता है लेकिन एक खुशी अनचाही सी होती है जो महसूस कराती है कि कि इस दुनिया में आप एक छोटी सी मछली हो और आपको अपनी क़ाबिलियत साबित करनी है .....fortunately media field में मेरा अनुभव अच्छा रहा और मैं सर्वोपरि भी मानती हूं....एक बार मैं प्रसुन्न जोशी जो एक अच्छे गीतकार और लेखक हैं उनका इंटरव्यू सुन रही थी..उनका मानना था आप अनुभव किसी से छीन नहीं सकते किसी से भी इस आईने को ले सकते हो लेकिन ये एक ऐसा तजुर्बा है जिसका कोई सानी नहीं है.....सब इस दुनिया में अपनी किस्मत और अनुभव का सांचा लेकर आते हैं.......इसीलिए किसी के भी अनुभव को बड़ा या छोटा नहीं कहा जा सकता....माएने काम करने से और अनुभव लेने से होने चाहिए ना कि बड़ा और छोटा के दायरे में बांध देने से....और फिर तो देव साहब तो इस उम्र में भी सीख ही रहे हैं.....कोई भी किसी भी उम्र में सीख सकता है बशर्ते जज़्बे के हौंसले बुंलद होने चाहिए ......अभी बहुत काम करना बाकी है ..शायद मैं काम की ज़िदगी के पहले पायदान पर खड़ी हूं.....मेरा अनुभव कहता है कि इस ब्लॉग के तजुर्बे से मैने बहुत कुछ सीखा और शायद बाद में ये बताने का अनुभव मिले कि मेने ब्लॉग की शुरूआत अपने पूर्व के अनुभवो को मिलाकर लिखा था......

4 comments:

  1. Will look forward to read more.. :)

    Cheers
    arpita

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  2. gud to see u as a blogger....ise continue rakhna ...hum jaise blogiyon se mulaqat hoti rahegi

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  3. Gud Achcha likhne lagi ho...shabdo ka proyog karna agaya tumhe...likhti raho...

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  4. really its very good Nidhi

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